For so-called modern lovers of today...
"हसरतें दम तोड़ देती..
गर तुम ना आते..
देखो..
रंजिश कितनी शिद्दत से..
निभाई है..
हाँ..
कलाई पर नाम खुदवा तुम्हारा..
हमने वाह-वही पाई है..!!"
...
Thursday, February 11, 2010
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2 comments:
v nice...
true
धनयवाद नीलांश जी..!!
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